आंखों में नींद नहीं है मेरे !!
क्योंकि मन में पछतावा है मेरे !!
मुझे अधूरी मोहब्बत के किस्से पता है !!
क्योंकि मैं भी उन किस्सों में से एक हूं !!

हम उनसे मिलने की उम्मीद में बैठे हैं !!
जो हमसे ना मिलने की जिद में बैठे हैं !!
इतना भी खामोश ना हो ए जिंदगी मुझसे !!
कि तू मनाना भी चाहे मगर मैं मना ना सकूं !!
किन लफ्जों में अरदास करूं ए-खुदा !!
कि उसे पाने की दुआ मेरी कबूल हो जाए !!
alone sad shayri
खामोश रहकर अकेले ही जिंदगी बिताएंगे !!
अब किसी शख्स को इस दिल के करीब ना लाएंगे !!
तुम्हारी यादों से ही सम्भलते है हम !!
वरना तुमने तो हमें बिल्कुल अकेला कर दिया था !!
देख लिया जमाना निचोड़कर !!
बूँद बूँद टपकी हूँ तन्हा तन्हा होकर !!

दरवाज़े पर पहरा देने !!
तन्हाई का भूत खड़ा है !!
लोग मेरे तनहा होने की वजह पूछते है !!
मैं अपने वफादार दिल का कुसूर बता देता हूँ !!