442+ Best Barish ka Mausam shayari in hindi|रिम झिम बारिश की शायरी

barish ka mausam shayari

तेरी यादों को अपने दिल से भुला दूँगा,
इस तरह बारिश में आग लगा दूँगा,
तेरे शहर से तोड़ दूँगा हर ताल्लुक मैं
एक दिन खुद को इतनी बड़ी सज़ा दूँगा,

कहना हैं उसे कुछ, रहती हैं मगर खामोश
बारिश का मौसम और ये सफर खामोश,
तेरे आने से जहाँ रौनकें आती थी कभी,
मुद्दतें हुई रहता हैं अब वो घर खामोश,

बारिश का मौसम अजनबी लगने लगा,
रात के दामन में सवेरा सजने लगा,
साँस चलती रहे तेरे लौट आने तक
मेरी उम्मीद का दीप अब बुझने लगा,

रात दिन नाम तेरा हम लेते रहते हैं,
हसीन खयालों की भीड़ में खोए रहते है,
आसमान भी रो पड़ा मेरी दास्ताँ सुन कर
नादान हैं ज़माने वाले इसे बारीश कहते हैं,

barish ka mausam shayari in hindi

काश मैं वक़्त रहते सँवर गया होता,
तेरी आँखों में काजल सा बिखर गया होता,
बेवफाई की बारिशों ने मिटाया इश्क़ का निशाँ,
काश तू भी मेरे दिल से उतर गया होता,

तुम ने कहा था हम मिलेंगे बारिशों में,
सोचते रहे रौशनी होगी फिर अंधियारों में,
कई सावन गुज़ार दिए तेरे इंतज़ार में,
तुझ बिन दिल तड़पता हैं अब बहारों में,

barish ka mausam shayari image

शायद अब हम कभी बारिशों में मिले,
तेरे दिल में प्यार की ज़ंजीर फिर हिले
सावन की सुहानी रातों में याद किया तुझे
देख मेरी आँखों में कितने हसीन फुल खिले
*यहाँ आँखों में फुल खिलने से मुराद अश्क है,

अहसान उस का मेरी ज़िंदगी पर था,
कर्ज़ उस का मेरी हर खुशी पर था
बारिशों में गम की छोड़ गई तनहा,
दुःख का साया मेरी हर हँसी पर था,

तेरी ज़ुल्फों से पाई रौनक घटाओं ने
तेरे चेहरे से पाया नूर फिज़ाओं ने,
दुआ माँगी थी मोहब्बत की बारिशें हो,
तेरे बाद दम तोड़ दिया मेरी दुआओं ने,

barish ka mausam shayari in english

हथेली मेरे नाम से सजा ली उस ने,
बात दिल की आँखों में छुपा ली उस ने,
तूफानी बारिशों में थाम कर हाथ मेरा,
फिर ऐसे मोहब्बत की राह निकाली उस,

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