children’s day shayari
मैडम आज ना डाँटना हमें!
आज हम खूब खेलेंगे और गायेंगे!
साल भर हमने किया इंतजार
आज हम बाल दिवस मनाएंगे!!
ना रोने की कोई वजह थी!
ना हँसने का कोई बहाना था
क्यों हो गए हम इतने बड़े
इससे अच्छा तो वो बचपन
का जमाना था!!
चाचा नेहरू का था बच्चों से
बहुत पुराना नाता!
जन्मदिवस चाचा नेहरू का
बाल दिवस कहलाता!!
जब थे बचपन के दिन!
वो थे बहुत सुहाने पल
उदासी से ने था नाता!
गुस्सा तो कभी ने था आता!!
खबर ना होती कुछ सुबह की!
ना कोई शाम का ठिकाना था!
थक हार के आना स्कूल से
पर खेलने को तो जरूर था जाना!!
बाल दिवस है चाचा का
जन्मदिवस ये है हम सबको
प्यारा काश आज भी होते हमारे
साथ चाचा प्यारे!
इनका प्यार है सबसे न्यारा!
ये थी चाचा नेहरु के सम्मान में
और बच्चों पर। आप इनका !
इस्तेमाल अपने प्रियजनों को बाल
दिवस की शुभकामना देने के लिए
कर सकते हैं!!
इस बाल दिवस पर प्रतिज्ञा ले
की आप अपने बच्चों को चाचा
नेहरू के जैसा एक बेहतर इंसान
बनने की दिशा में मार्गदर्शन करेंगे !!
अब तक हमारी उम्र का बचपन नहीं गया
घर से चले थे जेब के पैसे गिरा दिए
नश्तर ख़ानक़ाही!!
चाचा जी के हम है बच्चे प्यारे!
माँ-बाप के राज दुलारे!
आ गया है चाचा जी का जन्मदिवस
आओ मिलकर मनाये बाल दिवस!!