desh bhakti ke upar shayari
भारत माँ की जय कहना !!
अपना सौभाग्य समझता हूँ !!
अपना जीना मरना अब सब !!
तेरे नाम ऐ “तिरंगा” करता हूँ !!
भारत माता की जय !!
जो देश के लिए शहीद हुए !!
उनको मेरा सलाम है !!
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा !!
उन बहादुरों को सलाम है !!
खून से खेलेंगे होली !!
अगर वतन मुश्किल में है !!
सरफ़रोशी की तमन्ना !!
अब हमारे दिल में है !!
लड़े जंग वीरों की तरह !!
जब खून खौल फौलाद हुआ !!
मरते दम तक डटे रहे वो !!
तब ही तो देश आजाद हुआ !!
चैन ओ अमन का देश है मेरा !!
इस देश में दंगा रहने दो !!
लाल हरे में मत बांटो !!
इसे शान ए तिरंगा रहने दो !!
दिलों की नफरत को निकालो !!
वतन के इन दुश्मनों को मारो !!
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन !!
भारत माँ के सम्मान को बचा लो !!
desh bhakti shayari in gujarati
देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे !!
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे !!
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें जय हिन्द !!
दिलों की नफरत को निकालो !!
वतन के इन दुश्मनों को मारो !!
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन !!
भारत माँ के सम्मान को बचा लो !!
देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे !!
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे !!
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें !!
जय हिन्द !!
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा !!
ये मुल्क मेरी जान है !!
इसकी रक्षा के लिए !!
मेरा दिल और जां कुर्बान है !!