mahakal shayari attitude
तेरी चौखट पर रख दिया है सर अपना!!
भार मेरा तुझे उठाना पड़ेगा!!
मैं भला हूं या बुरा हूं!!
🙏🙏 महादेव मुझे अपनाना पड़ेगा !!
शिव🙏 की ज्योति से नूर मिलता है!!
सबके 💖💖दिलों को सुरूर मिलता है!!
जो भी जाता है भोले के🕋 द्वार!!
कुछ न कुछ ज़रूर मिलता है !!
दुनिया🌏 वालों ने परेशान किया हो तो!!
तो आ 🙏महाकाल के 🕋दरबार में!!
लोग हसरतें करेगें तेरे जैसा नसीब पाने के लिए!!
मुंह😍 से निकल रही थी आग !!
आंखें 👀थी उनकी मस्ती में!!
मिल गया सुकून मेरी रूह को!!
जिसे 🌧️बरसों से तलाशता रहा बंजारों की बस्ती में !!
🙏🙏हर-हर महादेव!!
कण-कण में मेरे 🙏महाकाल का वास है!!
वो पापियों से दूर और भक्तों के पास!!
🙏🙏जय श्री महाकाल!!
उसने ही जगत बनाया है !!
कण कण में वोही समाया है!!
😂दुःख भी 🌹सुख सा ही बीतेगा!!
सर पे जब 🙏🙏शिव का साया है!!
जब भी मैं अपने बुरे हालातो से घबराता हूँ !!
तब मेरे🙏 महाकाल की आवाज आती है!!
रूक मैं अभी आता हूँ !!
माया को चाहने वाला बिखर जाता है!!
और🙏🙏 महाकाल को चाहने वाला निखर जाता !!
हम🙏 भोलेनाथ नाम की शमा के छोटे से परवाने है!!
कहने वाले कुछ भी कहे हम तो !!
🙏भोलेबाबा के दिवाने है!!
मिलावट है भोलेनाथ 🙏तेरे इश्क में इत्र और!!
नशे की तभी तो मैं थोडा महका हुआऔर !!
थोडा बहका हुआ हूँ!!