366+Pyar mohabbat shayari

सच्ची मोहब्बत शायरी

मोह्ब्बत 🥀❤️में ऐसा
हाल है मेरा!
दिन रात हर वक़्त बस !
ख्याल है तेरा!
मुस्कुरा कर क्यों गुज़र
जाते हो सामने से!
दिल ❤️में आख़िर क्या है तुम्हारे
सवाल है मेरा !!💐

बात किए बग़ैर
मुझसे रहा नहीं जाता!
और मोहब्बत🥀 किए बग़ैर
दिल से रहा नहीं जाता !!🌹

कौन कहता है की अलग अलग रहते है हम और तुम!!🥀
हमारी यादो के सफर मे हमसफर हो तुम
ज़िन्दगी से बेखबर है हम !
हमारे दिल ❤️मे बसी इस कदर हो तुम!!💐

आज फिर से हवाओं ने रुख बदला है!🪂
आज फिर से फ़िज़ाओं में रंग ढला है
मेरे दिल❤️ को हमेशा हो रहा है एहसास!
शायद किसी से इकरार होने वाला है!!🥰

तुमसे कितनी मोहब्बत🥀 है मालूम नहीं!🤗
मगर मुझे लोग आज भी तेरी कसम देकर मना लेते है !!💘

कभी किसी से प्यार💖 मत करना!
हो जाये तो इंकार मत करना
चल सके तो चलना उसकी राहों में!🌹
वरना यूँही किसी की ज़िंदगी खराब मत करना !!💘

जली को आग व बुझी को राख कहते हैं!
जब दो प्रेमी घुल मिल जाये!💞
तो उसे मोहब्बत 🥀की शुरुआत कहते हैं !!🥰

अनजाने वो पास मेरे जब आती है
दिल 💖की धड़कन बढ़ जाती है!
जाने! कैसे लोग मोहब्बत 🥀करते हैं!
दिल ❤️कहता है होती है हो जाती है !!🌹

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