jai shree krishna shayari
अजीब नशा है, अजीब खुमारी है,
हमे कोई रोग नहीं बस,
जय श्री राधे कृष्णा,
राधे कृष्णा बोलने बीमारी ह,
वृंदावन की हवा,
जरा अपना रुख हमारी तरफ भी मोड दे,
इस वीरान दिल मे राधा नाम
की मस्ती छोड दे,
उड़ जाये माया की मिट्टी ओर
दीदार हो सांवरे का
ऐसी प्रीत हमारी राधा नाम से जोड़ दे,
जय श्री राधेवृंदावन की हवा,
जरा अपना रुख हमारी
तरफ भी मोड दे,
प्यार सबको आजमाता हैं,
सोलह हज़ार एक सौ आठ
रानियों से मिलने वाला श्याम,
एक राधा को तरस जाता हैं,
बैकुंठ में भी ना मिले जो वो सुख
कान्हा तेरे वृंदावन धाम में हैं,
कितनी भी बड़ी विपदा हो
चाहे समाधान तो बस श्री राधे तेरे नाम में हैं,
radha krishna sad shayari
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म हैं की नहीं,
ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी हैं,
और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले,
ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी हैं,
हर शाम किसी के लिए सुहानी नही होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नही होती,
कुछ तो असर होता हैं दो आत्मा के मेल का,
वरना गोरी राधा, सावले कान्हा की दीवानी ना होती.
कर भरोसा राधे नाम का धोखा
कभी ना खायेगा,
हर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा।
दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णा
कब तक तेरी राह निहारूं,
अब तो आओ कृष्णा।
इस वीरान दिल मे राधा नाम की मस्ती
छोड दे…
उड़ जाये माया की मिट्टी ओर
दीदार हो सांवरे का
ऐसी प्रीत हमारी राधा नाम से जोड़ दे…
जय श्री राधे
सुनो कन्हैया जहाँ से तेरा मन करे,
मेरी जिन्दगी को पड़ लो पन्ना चाहे,
कोईं भी खोलो हर पन्ने पर तेरा
नाम होगा मेरे कान्हा,