अनमोल रिश्ते शायरी
मतलब की दुनिया में जिया नहीं जाता,
बेवफाओं से इश्क़ अब किया नहीं जाता,
शराब पी पी कर बहुत जी लिया,
अब यह ज़हर के सहारे जिया नहीं जाता,
डूबे हुए को हमने बिठाया,
था अपनी कश्ती में यारों,
और फिर कश्ती का बो,
कहकर हमें ही उतारा गया,
न कभी घमंड किया है खुदपर,
और न कभी करेंगे,
अरे हम तो बिना मतलब के जिए है,
और बिना मतलब के ही मरेंगे,
क़िस्मत रूठ गयी , दिल के तार टूट गए,
आप जो हमे कह गए,
सपने भी सारे टूट गए,
बाकी रहे ख़ज़ाने मैं दोआँशु ,
याद आप कीआयी , तो वो भी लौट गए,
shayari on rishtey by ghalib
तकदीर से अपनी सबको शिकायत क्यों है,
जो दोस्त नहीं मिल सकता उस से,
मोहब्बत क्यों है,कितने काटे हैं रहो पर,
फिर भी दिल को उसी की आरजू क्यों है,
बिछड़ के तुमसे जिंदा हू,
मेरी तकदीर तो देखो,
कभी आ कर मेरे हलात की तस्वीर तो देखो,
प्यार की दौलत खरीदे खून के आंसू,
मिली जो इश्क में हमको जागीर तो देखो,
बदलने वाले तो हर चीज बदल देते हैं,
कमान से निकला तीर बदल देते हैं,
तुम तो मेरे चार अंश न बदल सके ,
बदलने वाले तो तकदीर बदल देते हैं,
तन्हा था दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई नहीं मेरी तकदीर मैं,
एक दिन आप ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया ,
तो लगा कुछ तो खास था हाथो की लकीर मै,
मुझसे तुझसे मिलने की तकदीर नजर आई,
मुझे अपने जोड़े में जंजीर नजर आई,
जितने आंसू बहाए तेरी याद मे,
हर सांसो में तस्वीर तेरी नजर आई,
हम तो हर एक को अपना रिश्ता बनाते गए,
जहां से गुजरे अपनी याद छोड़ गए पर,
किस्मत का लिखा भी अजीब ह,
गुनेगर कोई और, हम साजा पाए गए,