family rishte shayari
इश्क ऐसा करो कि धड़कनों में बस जाए,
सांस भी लो तो खुशबू उसकी ही आये,
प्यार का नशा आँखों पर छा जाए.बात,
कुछ भी ना हो पर नाम उसी का आये,
मोहब्बत का सफर लंबा हुहु,
तो क्या हुआ, थोड़ा तुम चलो,
थोड़ा हम चले, थोड़ा तुम चचलो,
थोड़ा हम चले, फिर रिक्शा कर लेंगे,
बड़ी अजीब है ये दुनिया जनाब,
यहाँ झूट बोलने से नहीं सच बोलने,
से रिश्ते टूट जाते है,
किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं,
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती,
एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है,
तू देख कि तेरी जफा के बा,
रिश्तों का क्या हाल हुआ,
मोहब्बत गयी ऐतबार गया,
यूं हर रिश्ता हमारा हार गया,
rishte family shayari
शहनाइयों से गूंजी है आज की यह रात,
रिश्ते में बंधने जा रहा है मेरा यार सजा है,
दुल्हा सजी है दुल्हन सजे है मुबारक हो,
मुबारक हो मेरे प्यारे यार,
अपने इस दिल में तेरा ताज बनाया है,
मोहब्बत के मेरे महल में तेरी तस्वीर,
लगाया है आजमा के देख लेना एक बार,
इश्क़ में मरने का कफ़न बहुत पहले सिलवाया है,
हम आपके प्यार में कुछ कर न,
जायें बन के रूह बिछड़ ना जाये,
भूलना मुमकिन नहीं है आपको
मरने से पहले कही मर ना जाये,
सच्चा रिश्ते को हमेशा समय देना चाहिए,
कल हो सकता है तुम्हारे पास समय तो हो,
लेकिन रिश्ते ही नहीं हो,
लगे ना नज़र इस रिश्ते को जमाने की,
पड़े ना जरुरत कभी एक दूसरे को मनाने,
की, आप ना छोड़ना मेरे साथ वरना,
तमन्ना ना रहेगी फिर दोस्त बनाने की,