sad shayari friendship
एक घुटन सी होती है जब कोई दिल में तो रहता है मगर साथ नहीं!!
अपनी मर्जी से भी दो चार कदम चलने दें ऐ-जिन्दगी, तेरे कहने पे तो बरसों चलें हैं!!
नाराज होने के लिए भी कोई रिश्ता होना चाहिये नाराजगी बड़ी किमती होती है!!
हर किसी पर नहीं लुटाई जा सकती!!
शतरंज का शौक़ीन नहीं था इसलिए धोखा खा गया!!
वो मोहरे चल रहे थे!! मैं रिश्तेदारी निभा रहा था !!
बस कंठ ही हमारा नीला नहीं है, वरना जहर तो हमने भी कम नहीं पिया !!
भीगी! भीगी सी ये जो मेरी लिख़ावट है!!स्याही में थोड़ी सी!! मेरे अश्कों की मिलावट है!!
उम्रकैद की तरह होते है कुछ रिश्ते, जहाँ जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नहीं!!
सबको दिलासा देने वाला शख्स अपने दुखो में हमेशा अकेला होता हैं !!
यह कलयुग है जनाब..यहां झुठों को मौका और सच्चों को धोखा मिलता है!!